यह शिक्षण संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में गोंदापुर, आजमगढ़ के पुराने गौरव को पुनः स्थापित कर सकेगा | इस पिछड़े ग्रामीण क्षेत्र में उच्च शिक्षा की कमी को पूरा करने के लिए तथा विद्यार्थियों में राष्ट्रीयता की भावना, सामाजिक दायित्वों के प्रति समर्पण की भावना ही मूल उद्देश्य हैं |
महाविद्यालय के प्रत्येक विभाग में प्रतिभावना एवं अनुभावी प्राध्यापक नियुक्त हैं | प्रत्येक कक्षा में फर्नीचर, पंखा आदि की उचित व्यवस्था हैं | विश्वविद्यालय की परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए प्रत्येक विषय में कम से कम 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य हैं, विगत वर्षों में यहाँ का परीक्षाफल उत्कृष्ट एवं उत्साहवर्धक रहा हैं | स्नातक कक्षाओं में निम्न विषयों की सम्बद्धता प्राप्त है |